लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र के शांति सम्मेलन में भारत की भूमिका हमेशा से ही अग्रणी रही है भारत राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में अब मुख्य भागीदार है एवं शांति के लिए सबसे अधिक है ना भेजने वाला राष्ट्र भी है क्योंकि भारत
शांति अभियानों में भारत की आईपीएस यानी इंडियन पुलिस सर्विस कि अधिकारी रागिनी द्विवेदी ने भी अपना अहम योगदान दिया है रागिनी द्विवेदी 6 अप्रैल 2019 को भारत की तरफ से शांति अभियान में शामिल हुई थी ,
दक्षिणी सूडान जोकि महिलाओं एवं बच्चों के लिए बेहद हिंसा ग्रस्त क्षेत्र है मैं रागिनी द्विवेदी ने अपनी गौरवशाली एवं उल्लेखनीय सेवा दी है दक्षिणी सूडान में महिलाओं पर हिंसा होने पर वह किसी पुरुष को बताने में हिचकिचाहट महसूस करती है तो रागिनी द्विवेदी उनकी सहायता के लिए हर शिकायत को सुनती है
इसके साथ-साथ आपको बता दें कि दक्षिणी सूडान दुनिया के गरीब देशों में से गिना जाता है जहां लंबे समय तक स्थिरता एवं हिंसा हुई है, रागिनी द्विवेदी ने बताया कि जब उन्हें लोगों की समस्याओं को सुनने एवं उनका समाधान करने का अवसर मिलता है तो उन्हें अंदर तक अत्यधिक संतुष्टि महसूस होती है
रागिनी द्विवेदी ने एक वीडियो में बताया कि संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान की नीली टोपी पहनने के बाद उसे और अधिक घरों एवं ताकत को महसूस किया है
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1325 की 20वीं वर्षगांठ के मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने एक अपनी एक वीडियो श्रृंखला शुरू किया है
चिल्ली वीडियो श्रंखला में भारत की रागिनी द्विवेदी का वीडियो भी था जो कि भारत के लिए एक प्रकार से गौरवशाली एवं उल्लेखनीय रहा है |


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